नूह हिंसा पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने की मुख्यमंत्री की निंदा – Nuh Violence
Nuh Violence : जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने हाल ही में एबीपी न्यूज़ चैनल पर बातचीत के दौरान अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने हरियाणा हिंसा तथा ज्ञानवापी मामले पर भी अपनी बेबाक राय प्रस्तुत की। हरियाणा हिंसा पर उनका कहना है कि ‘हिंसा में सरकार की गलती है। वह सुरक्षा नहीं कर पाई’। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री की निंदा करते हुए कहा कि ‘मनोहर लाल खट्टर को इस्तीफा दे देना चाहिए, किसी अन्य बीजेपी नेता को मुख्यमंत्री पद संभालना चाहिए’।
![Nuh Violence](https://todaysmachar.com/wp-content/uploads/2023/08/nuh-violence.jpg)
हरियाणा के नूह जिले में हिंसा के कारण (Nuh Violence)
हरियाणा के नूह जिले में हो रही हिंसा वर्तमान में चर्चा का विषय बना हुआ है। हरियाणा के नूंह में मुस्लिम समुदाय की बहुलता है। हरियाणा के नूह में भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद के जुलूस को रोकने की कोशिश में आग लगा दी। घरों से पथराव किया गया।जैसे ही हिंसा की खबर फैली, गुरुग्राम के सोहना गांव में मुस्लिम समुदाय ने वाहनों तथा एक दुकान को आग लगा दी। नूह में एक यात्रा का आयोजन किया जा रहा था जिसके दौरान कुछ लोगों ने यात्रियों और पुलिस पर हमला करना शुरू कर दिया।अब नूह में भारी पुलिस तैनात की गई है । 2 पुलिस अधिकारियों सहित 3 लोगों की जान जा चुकी है।
कौन है जगद्गुरु रामभद्राचार्य?
जगद्गुरु के उपनाम से प्रसिद्ध रामभद्राचार्य जी का वास्तविक नाम गिरिधर मिश्र है। वह चित्रकूट उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। रामभद्राचार्य जी को एक प्रख्यात विद्वान, प्रवचनकार, बहुभाषाविद, रचनाकार तथा हिंदू धर्मगुरु के तौर पर जाना जाता है। Read Also 👉🏽 Nuh News : कैसे हुई नूह में धार्मिक हिंसा,मुख्यमंत्री का आया बयान,जानिए ताज़ा खबर….
जगदगुरू रामभद्राचार्य जी ने ज्ञानवापी पर की भविष्यवाणी-
जगद्गुरु रामभद्राचार्य से जब ज्ञानवापी पर प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”कि यह मेरी भविष्यवाणी है कि कोर्ट का फैसला हिंदुओं के पक्ष में ही आएगा”। उन्होंने कहा “यह समय चंगेज खान के अत्याचारों का नहीं है, यह समय सोमनाथ मंदिर को तोड़ने का नहीं है, बल्कि यह समय हिंदुओं के सम्मान का है”।
ज्ञानवापी विवाद वर्तमान में फिर से चर्चा का विषय बन चुका है। ज्ञानवापी वर्तमान में तो एक मस्जिद है। परंतु इस पर यह दावा किया जाता है कि इस मस्जिद का निर्माण औरंगजेब के शासनकाल में विश्वनाथ मंदिर को तोड़कर करवाया गया था।
इसी पर 1991 में हिंदू पक्ष ने वाराणसी कोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा कि ज्ञान वापी में हिंदुओं को पूजा करने की इजाजत दी जाए उसे वक्त हाईकोर्ट ने इस पर स्टे लगा दिया था। Read Also 👉🏽 अब बाढ़ से मिलेगा छुटकारा,इस जगह बनेगा हरियाणा का पहला बाँध -Haryana News
जगद्गुरु रामभद्राचार्य के योगी और मोदी पर विचार-
योगी मॉडल पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए रामभद्राचार्य ने कहा कि “उत्तर प्रदेश में योगी मॉडल के कारण पहले से बहुत अंतर सामने आया है”। उन्होंने कहा “यूपी की सत्ता एक संत द्वारा चलाई जा रही है और संत पारिवारिक मोह माया से बहुत दूर होता है। जब एक संत सत्ता चलाता है, तो सभी व्यवस्थाएं शास्त्र के अनुकूल हो जाती हैं”. प्रधानमंत्री मोदी पर उन्होंने कहा कि वह देश हित के लिए कार्य कर रहे हैं। हमने जो मुद्दे उनके समक्ष रखे थे उनमें से कुछ तो पूरे हो गए हैं।और बाकी इस बार जब वह एक बार फिर से निर्वाचित होकर आएंगे तो कर देंगे।