Haryana Export Update : हरियाणा ने निर्यात के क्षेत्र में नया मुकाम हासिल किया
Haryana Export Update: निर्यात सुनने में तो एक साधारण शब्द लगता है, लेकिन यदि हम इसके बारे में जानने का प्रयास करें तब हमें पता लगेगा की यह किसी भी देश की अर्थव्यवस्था पर कितना प्रभाव डालता है। निर्यात वह है जिसके द्वारा किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जा सकता है। जिस देश की निर्यात करने की क्षमता मजबूत होती है, उस देश की अर्थव्यवस्था भी सदैव मजबूत बनी रहती है। भारत सरकार हर वो संभव प्रयास कर रही है जिससे की निर्यात को बढ़ावा दिया जा सके व अर्थव्यवस्था को और मजबूत बनाया जा सके।
निर्यात में हो रहा सुधार
भारत सरकार का यह प्रयास बेकार नहीं जा रहा है, क्योंकि बीते कुछ समय से भारत के निर्यात में सुधार पाया गया है और यह भारत देश के लिए बहुत ही खुशी का समाचार है। कुछ समय पहले नीती आयोग ने एक रिपोर्ट जारी की जिसमें देखा गया कि हमारे देश के निर्यात में बहुत सुधार आया है और उनके द्वारा बनाई गई लिस्ट को देखने के बाद पता चलता है की भारत के कुछ राज्य ऐसे हैं जिनको टॉप 7 में रखा गया है क्योंकि इनका योगदान देश के कुल निर्यात में 75 फीसदी है। नीति आयोग द्वारा जारी की गई लिस्ट से पता चलता है कि तमिलनाडु ने 80.89 स्कोर प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है। दूसरा स्थान महाराष्ट्र राज्य ने 78.20 का स्कोर पाकर प्राप्त किया है. कर्नाटक 76.36 के स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर आया है। नीति आयोग की इस लिस्ट में 73.36 का स्कोर प्राप्त करके गुजरात ने चौथा स्थान प्राप्त किया है जो कि पिछले वर्ष की लिस्ट में टॉप पर था। और उन राज्यों में से एक हरियाणा भी है जो हमारे देश के निर्यात प्रणाली में बहुत योगदान दे रहा है।
हरियाणा ने प्राप्त किया पाँचवा स्थान
निति आयोग द्वारा जारी की गई लिस्ट से पता चलता है कि हरियाणा राज्य पूरे देश की लिस्ट में पांचवें स्थान पर रहा है। निर्यात से संबंधित नीति आयोग द्वारा जारी की गई लिस्ट से पता चलता है की आंध्र प्रदेश,पश्चिम बंगाल और केरल जो सभी समुद्र तटीय राज्य है,उन सभी ने भी लिस्ट में अच्छा स्थान प्राप्त किया है। इस लिस्ट में सबसे नीचे लक्षद्वीप,मिजोरम,दादरा,अरुणाचल प्रदेश और मेघालय के नाम है। हरियाणा जिसने की इस लिस्ट में पांचवा स्थान प्राप्त किया था।
हरियाणा का देश के निर्यांत में कितना हिस्सा रहता है
यहां हम इसके बारे में जानेंगे की वह भारत के निर्यात में कितना योगदान करता है तथा कैसे? हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है। हरियाणा का मुख्य व्यवसाय कृषि है। वहाँ के 70% से अधिक लोग कृषि कार्य ही करते हैं जिनमें वे अलग अलग प्रकार की फसलें उगाते हैं। वहाँ की मुख्य फसलें गेहूं और चावल हैं। हरियाणा राज्य में कुल 22 जिले है जो सभी निर्यात में बहुत बड़ा योगदान देते हैं। चावल जो कि हरियाणा की मुख्य फसल है। यह भारत की सबसे अधिक मात्रा में खपत की जाने वाली फसल है। हरियाणा चावल का उत्पादन करने में दुनिया भर में तीसरे स्थान पर है। हरियाणा में उत्पादन किए जाने वाला बासमती चावल जो कि हरियाणा के करनाल जिले में होता है। यह चावल विश्व भर में सबसे अधिक खपत किए जाने वाला चावल है। भारत में हर साल 60% बासमती चावल का निर्यात किया जाता है। इसके अतिरिक्त हरियाणा और भी अनेक प्रकार की फसलों की पैदावार करता है, जैसे कि ज्वार, बाजरा, मक्का, कपास, गन्ना, तिल और मूंगफली। इसके अतिरिक्त हरियाणा फलों, फूलों, सब्जियों व मसालों का उत्पादन भी बहुत अधिक मात्रा में करता है। यह सभी चीजें हमारे देश के निर्यात को बढ़ाने में बहुत सहायता करती है। यह राज्य कृषि प्रधान होने के साथ साथ भारत के सबसे बड़े ऑटो मोबाइल्स केंद्रों में से एक है। यहाँ भारत देश में निर्मित दो तिहाई यात्री कारों ,50% ट्रैक्टरों और 60% मोटरसाइकलों का उत्पादन भी इसी राज्य में होता है। हरियाणा राज्य भारत देश में सॉफ्टवेयर का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। हरियाणा राज्य आईटी और आईटीईएस सुविधाओं के लिए सबसे अधिक पसंद किए जाने वाला स्थान है।